एमपीपीएससी पेपर एनालिसिस / पॉपुलर फैक्ट्स को रटकर परीक्षा देने वालों के लिए मुश्किल रहा पेपर, पिछले साल की तुलना में कठिन रहा पेपर

एजुकेशन डेस्क. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की 'राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-20' रविवार को भोपाल के 69 सेंटरों पर हुई, जिसमें 31 हजार छात्र शामिल हुए। पेपर पिछले साल की तुलना में कुछ कठिन रहा। विशेष रूप से जनरल स्टडीज का पेपर पिछले सालों की तुलना में कठिन था। इस बार पेपर में पारंपरिक तौर पर पूछे जाने वाले सवालों की संख्या काफी कम रही। ऐसे में पॉपुलर फैक्ट्स को रटकर परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के लिए पेपर मुश्किल साबित हुआ। पेपर के जिन सवालों ने छात्रों को सबसे ज्यादा परेशान किया, उनमें मध्यप्रदेश के इतिहास से जुड़े सवाल पूछे गए और पॉलिटिक्स के ऐसे सवाल जिसमें फैक्ट के बजाय राजनैतिक दर्शन के आधार पर जवाब दिया जाना था।


स्पोर्ट्स के सवाल भी मप्र के खिलाड़ियों पर केन्द्रित
एक्सपर्ट लक्ष्मीशरण मिश्रा ने बताया, करेंट अफेयर्स के हिस्से में दो-तीन साल पुराने सवाल रिपीट हुए। स्पोर्ट्स में आधे से अधिक सवाल मप्र के खिलाड़ियों पर केंद्रित थे, जोकि छात्रों के लिए मुश्किल थे। पेपर में 30 से ज्यादा ऐसे सवाल थे जो प्रिपरेटरी बुक में नहीं मिलते, ऐसे में सिर्फ किताबों के भरोसे प्रिलिम्स क्लियर करने की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा कुछ मुश्किल रही।


65-68 सही सवाल पर जा सकता है कटऑफ
एक्सपर्ट राहुल शर्मा ने बताया, मप्र पर आधारित सवालों की बढ़ी हुई संख्या और जिस तरह से इस बार एमपीपीएससी के पेपर में जनरल स्टडीज के सेक्शन को मुश्किल बनाया गया, इसको देखकर इस बार कट-ऑफ 65 से 68 प्रश्न के बीच जा सकता है। यानी, जो प्रतिभागी पहले पेपर में 150 से 160 अंक पा जाएंगे, उन्हें मेन्स में बैठने का मौका मिल जाएगा।


Popular posts